Demand Curve
Demand curve is a graphical representation of inverse relationship between quantity of goods demanded and its price.
Inverse relationship means opposite relationship.When the price increases consumers demand less quantity of a commodity and vice-versa.Demand curve is downward sloping.
In the figure above,demand curve is shown.It is downward sloping because of inverse relationship between price and quantity.At higher price P1, less quantity Q1 is demanded and at lower price P, more quantity Q is demanded.
But why does this happen?Why consumers demand more in less price and vice versa?This is because of three reasons:
1.Law of Diminishing Marginal Utility
2.Income Effect
3.Substitution effect
मांग वक्र
मांग वक्र के द्वारा हम प्रदर्शित करते है की वस्तु के दाम और उसकी मात्रा की मांग में उल्टा सम्बन्ध होता है।
उलटे सम्बन्ध का अर्थ है की यदि किसी वस्तु के मूल्य अधिक होंगे तो उसकी मांग कम होगी और यदि उसके मूल्य कम है तो उसकी मांग ज़्यादा होगी, बाकि सभी मांग परिवर्तण के कारण नहीं बदलने चाहिए।
जब कोई भी वस्तु महँगी हो जाती है तो हम उसको कम खरीदते है परन्तु जब वह सस्ती हो जाती है तो हम उसको ज़्यादा मात्रा में खरीदते है।
मगर ऐसा क्यों होता है ? कम दाम पर ग्राहक ज़्यादा की मांग क्यों करता है ?इसके ३ प्रमुख कारण है :
1 . सीमांत उपयोगिता क्षीणता का नियम
2 .आय/आमदनी प्रभाव
3 . स्थानापन / प्रतिस्थापन प्रभाव
Demand curve is a graphical representation of inverse relationship between quantity of goods demanded and its price.
Inverse relationship means opposite relationship.When the price increases consumers demand less quantity of a commodity and vice-versa.Demand curve is downward sloping.
In the figure above,demand curve is shown.It is downward sloping because of inverse relationship between price and quantity.At higher price P1, less quantity Q1 is demanded and at lower price P, more quantity Q is demanded.
But why does this happen?Why consumers demand more in less price and vice versa?This is because of three reasons:
1.Law of Diminishing Marginal Utility
2.Income Effect
3.Substitution effect
मांग वक्र
मांग वक्र के द्वारा हम प्रदर्शित करते है की वस्तु के दाम और उसकी मात्रा की मांग में उल्टा सम्बन्ध होता है।
उलटे सम्बन्ध का अर्थ है की यदि किसी वस्तु के मूल्य अधिक होंगे तो उसकी मांग कम होगी और यदि उसके मूल्य कम है तो उसकी मांग ज़्यादा होगी, बाकि सभी मांग परिवर्तण के कारण नहीं बदलने चाहिए।
जब कोई भी वस्तु महँगी हो जाती है तो हम उसको कम खरीदते है परन्तु जब वह सस्ती हो जाती है तो हम उसको ज़्यादा मात्रा में खरीदते है।
मगर ऐसा क्यों होता है ? कम दाम पर ग्राहक ज़्यादा की मांग क्यों करता है ?इसके ३ प्रमुख कारण है :
1 . सीमांत उपयोगिता क्षीणता का नियम
2 .आय/आमदनी प्रभाव
3 . स्थानापन / प्रतिस्थापन प्रभाव
Bilasita ki wastuo par Mang wakra ?
ReplyDeleteBlog padhne ke lie dhanyawad. Apke sawal ka jawab maine post kr dia hai..yadi koi aur sawal bhi ho toh zarur btaiega..dhanyawaad..
Delete